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तेरी मुहब्बत ही मेरी इबादत है।
न कोई बंदगी मुझे आती है।
तेरे दीदार ही में समाया मेरा जहाँ।
न मेरे लिये और कोई जहाँ बाकी है।

- संत श्री अल्पा माँ
तेरी मुहब्बत ही मेरी इबादत है।
न कोई बंदगी मुझे आती है।
तेरे दीदार ही में समाया मेरा जहाँ।
न मेरे लिये और कोई जहाँ बाकी है।



- संत श्री अल्पा माँ

 
तेरी मुहब्बत ही मेरी इबादत है।
न कोई बंदगी मुझे आती है।
तेरे दीदार ही में समाया मेरा जहाँ।
न मेरे लिये और कोई जहाँ बाकी है।
तेरी मुहब्बत ही मेरी इबादत है। 2017-10-13 /quotes/detail.aspx?title=teri-muhabbata-hi-meri-ibadata-hai