Hymn No. 3816
| Date: 18-Mar-2000
पता नहीं किस दौर से गुजर रहे हैं, हमें ये दौर अच्छा लगता नहीं है।
पता नहीं किस दौर से गुजर रहे हैं, हमें ये दौर अच्छा लगता नहीं है।
दिल में हमारे प्यार भरा कोई भाव जगता नहीं है,
खुश रहते हैं ऊपर से, अंदर से खुशी हम पाते नहीं है।
हो गई है क्या हमसे खता, इसका हमें पता नहीं है ।
हमारी इच्छाओं के कारण हुई है ये दशा, ये हमें पता नहीं है,
पर खुदा भक्ति भाव कोई दिल में जगता नहीं है ।
तेरा स्मरण हम कर पाते नहीं है, पता नहीं किस दौर से गुजर रहे ...
एक खामोशी, एक गहरी उदासी का साथ लेकर चल रहे हैं ।
अपने आप पर कई बोझ लादे हम आगे बढ़ रहे हैं,
मुक्त अहसास, मुक्ति की प्यास दिल में जगती नहीं है ।
- संत श्री अल्पा माँ