View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2780 | Date: 29-Sep-19981998-09-291998-09-29सुनकर प्रशंसा अगर दिल में खुशी होती हैSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=sunakara-prashansa-agara-dila-mem-khushi-hoti-haiसुनकर प्रशंसा अगर दिल में खुशी होती है,
तो सुनकर कुछ अपनी बुराई, दिल में जरूर होती है ।
कहे ना कहे हम ये, पर एक हुआ तो दुजा होता है,
अनन्य संबंध है दोनों का, ना एक का अस्तित्व रहता है ।
कुछ पाकर कुछ मिलने पर जब सुख का एहसास होता है,
तो गँवाने पर सबकुछ, हमें दुःख जरूर होता है ।
एक को मिटाने से यहाँ काम हमारा नही बनता है ,
मिटाए अगर दोनों को तो सुकून दिल को मिलता है ।
अगर दिल जुदा है किसी ना किसी आशा से,
तो कही ना कही निराशा का भी घर दिल में मिलता है ।
सुनकर प्रशंसा अगर दिल में खुशी होती है