Share है मुमकिन सब कुछ तेरे लिए, फिर एक मांग मेरी स्वीकार के, दिल में मेरे प्यार का एक फूल खिला दे |- संत श्री अल्पा माँ है मुमकिन सब कुछ तेरे लिए, फिर एक मांग मेरी स्वीकार के, दिल में मेरे प्यार का एक फूल खिला दे | - संत श्री अल्पा माँ Previous हैं बड़े बेखबर वही जो सब कुछ जानते हैं Next है मेरी आँख में भी पानी, है मेरी आँख में भी पानी