Share कभी तेरे नक़्शे कदम पर हम चले जाते हैं, कभी अपनी राह अपने आप बना लेते हैं हम; फैसले बहुत जल्दी बदल लेते हैं हम, कुछ इसी तरह आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं | - संत श्री अल्पा माँ Previous कभी तुझे बहुत करीब तो कभी बहुत दूर पाते हैं Next कभी रोकर, कभी मुस्कुराकर ज़िंदगी गुजरती रहती है