Share काश होता ऐसा कि आँख बंद करने पर कुछ ना रहता, तो शायद खुली और बंद आँख का फर्क हमें पता ही ना चलता |- संत श्री अल्पा माँ काश होता ऐसा कि आँख बंद करने पर कुछ ना रहता, तो शायद खुली और बंद आँख का फर्क हमें पता ही ना चलता | - संत श्री अल्पा माँ Previous कामयाबी ना कामयाबी की जंग ने किया सबको तंग है Next किये जतन बहुत अपना खोखलापन मिटाने के लिए