खा जायेगी खामोशी तुझे इससे पहले,
खामोशी को तू खामोश कर दे ।
कि दिल के अपने सारे तार को छेड़ कर,
प्रभु का तू गान कर ले ।
- संत श्री अल्पा माँ
खा जायेगी खामोशी तुझे इससे पहले,
खामोशी को तू खामोश कर दे ।
कि दिल के अपने सारे तार को छेड़ कर,
प्रभु का तू गान कर ले ।
- संत श्री अल्पा माँ