खुली आँख जब रहती है तसवीरें,
तो बहुत उभरती रहती है |
कोई ऐसी तसवीर भी आँख के सामने आ जाती है,
जो दिल पर नशा बनकर छा जाती है |
- संत श्री अल्पा माँ
खुली आँख जब रहती है तसवीरें,
तो बहुत उभरती रहती है |
कोई ऐसी तसवीर भी आँख के सामने आ जाती है,
जो दिल पर नशा बनकर छा जाती है |
- संत श्री अल्पा माँ