किस्मत के मारो को क्यों तू मारता है?
मार के उन्हें तू गुनहगार क्यों बनता है?
मरे हुए को मार के अपने आपको,
बहादुर क्यों कहता है?
- संत श्री अल्पा माँ
किस्मत के मारो को क्यों तू मारता है?
मार के उन्हें तू गुनहगार क्यों बनता है?
मरे हुए को मार के अपने आपको,
बहादुर क्यों कहता है?
- संत श्री अल्पा माँ