View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1807 | Date: 12-Oct-19961996-10-121996-10-12दर्द का दरिया करना था साथ-साथ पारSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=darda-ka-dariya-karana-tha-sathasatha-paraदर्द का दरिया करना था साथ-साथ पार,
और प्रभु आप तो अकेले ही कर गए।
जाना था दोनों को उस पार, पर आप तो हमें अकेले छोड़ गए|
चले गए उस पार आप, इस पार हम अकेले रहे गए|
साथ देने का वादा करके, आप हमें तनहाई दे गए|
दे गए सारे फूल हमें, काँटे तो सब आप चुन के ले गए,
पर क्या करे हम ये फूल, कि ज़ब आप ही पास नही रहे|
आपसे ही है सारी खुशियाँ हमारी, आप ये शायद भूल गए|
वफादारी तो निभा दी आपने, पर हमारे सिर पर बेवफाई का दाग छोड़ गए|
करना था जो काज आपको पुरा, वह काज़ अधुरा छोड़ गए|
आप भी पा ना सके मंजिल और हम यूँ ही भटकते रहे गए|
दर्द का दरिया करना था साथ-साथ पार