View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 194 | Date: 21-May-19931993-05-211993-05-21जलता है दिल सबका, रोती है आँख सबकीSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=jalata-hai-dila-sabaka-roti-hai-ankha-sabakiजलता है दिल सबका, रोती है आँख सबकी,
क्यों जलता है दिल, क्यों रोती है आँख?
ना जाना हमने, फिरभी माना हमने तो माना,
एक पल की हँसी के बाद, एक पल के सुख के बाद, जलता है....
कभी किसी की याद में, तो कभी फरीयाद में, जलता है....
कभी कुछ खोने पर, तो कभी कुछ पाने पर, जलता है ....
कभी किसीके मिलने से, तो कभी बिछड़ने से, जलता है....
कभी जिंदगी मिलने पर, तो कभी मौत आने पर, जलता है....
पसंद है अपनी-अपनी, ना है किसी की एक, जलता है ....
कोई रोते-रोते हँसता है, तो कोई हँसते- हँसते रोता है, जलता है
कोई जलते-जलते बुझता है, तो कोई बुझते-बुझते जले।
जलता है दिल सबका, रोती है आँख सबकी