View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2558 | Date: 07-Aug-19981998-08-071998-08-07जिसे हथियार बनाकर हम लड़ने चले, उसने निशाना हमें बना दिया।Sant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=jise-hathiyara-banakara-hama-ladane-chale-usane-nishana-hamem-bana-diyaजिसे हथियार बनाकर हम लड़ने चले, उसने निशाना हमें बना दिया।
हमारे ही हथियार ने पहला वार हमपर कर दिया।
भाव और विचार का हथियार लेकर, कि इन्होंने मुझे शंका का जाम पिला दिया।
जगा दी मेरे दिल में शंकाएँ छोटी-छोटी, के पहला ही वार मुझपर कर दिया।
कहूँ तो किससे कहूँ, के मुझे कुछ कहने जैसा भी तो रहने दिया।
जिनके दम पर मैं बढ़ने निकला आगे, उन्होंने ही मुझे गिराने का बंदोबस्त कर लिया।
क्या करे इस में कोई, के खुद ही ने खुद को जहाँ निलाम कर दिया।
एक होने निकले थे हम, के हमें कई टुकडों में बाँट कर रख दिया।
छीन ली खुशी मुझसे, के गमगीनता का नकाब मुझे ओढ़ा दिया।
तेज किया था हथियार मैंने अपनी रक्षा के लिए, पर कत्ल मेरा कर दिया।
जिसे हथियार बनाकर हम लड़ने चले, उसने निशाना हमें बना दिया।