MY DIVINE LOVE - Sant Sri Alpa Ma Bhajans
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Hymn No. 4836 | Date: 21-Jun-20192019-06-21जिस्मों के बाजार में अपने आपको खड़ा करते होhttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=jismom-ke-bajara-mem-apane-apako-khadaa-karate-hoजिस्मों के बाजार में अपने आपको खड़ा करते हो,

फिर सजा कर सवार कर, अपने आपको वहाँ पेश करते हो।

वजूद पर अपने बड़ा नाज करते हो,

खुदा भी समझ नहीं पाता, के अपने आपको क्या समझते हो।

मीट्टी के एक ढेरे को न जाने कैसे कैसे तराशते हो,

पल में खाक हो जाये ऐसे जिस्म को तुम अपने आप कहते हो।

कह दे अगर कोई कुछ, तुम तो चीखते हो चिल्लाते हो,

घूरती हुई नजरों से फिर उसपर वार हजार करते हो।

अपने आरजुओं के दामन को बढ़ाते जाते हो,

न संभलने पर फिर तुम हैरान परेशान रहते हो।

बेजार जब होते हो, दर खुदा का ढूंढते हो,

हो जाए पूरी आरजू तुम्हारी, इसलिये बिनती बार बार करते हो।

समझ के समझ नहीं पाते आखिर तुम क्या चाहते हो,

बढ़ा के चाहते अपनी अक्सर राह से सदा भटकते हो।

अपनेपन की भावना लेके फिर फिरते हो,

खुद तो अपना न सके किसीको, अपनाए सब तुम्हें, तुम यही चाहते हो।

खुदगर्जी के दौर से बाहर आ नहीं पाते हो,

इलजाम उसका दुनिया पर लगाते हो ,

समझके समझ नहीं सकते क्या तुम चाहते हो ।

जिस्मों के बाजार में अपने आपको खड़ा करते हो
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जिस्मों के बाजार में अपने आपको खड़ा करते हो,

फिर सजा कर सवार कर, अपने आपको वहाँ पेश करते हो।

वजूद पर अपने बड़ा नाज करते हो,

खुदा भी समझ नहीं पाता, के अपने आपको क्या समझते हो।

मीट्टी के एक ढेरे को न जाने कैसे कैसे तराशते हो,

पल में खाक हो जाये ऐसे जिस्म को तुम अपने आप कहते हो।

कह दे अगर कोई कुछ, तुम तो चीखते हो चिल्लाते हो,

घूरती हुई नजरों से फिर उसपर वार हजार करते हो।

अपने आरजुओं के दामन को बढ़ाते जाते हो,

न संभलने पर फिर तुम हैरान परेशान रहते हो।

बेजार जब होते हो, दर खुदा का ढूंढते हो,

हो जाए पूरी आरजू तुम्हारी, इसलिये बिनती बार बार करते हो।

समझ के समझ नहीं पाते आखिर तुम क्या चाहते हो,

बढ़ा के चाहते अपनी अक्सर राह से सदा भटकते हो।

अपनेपन की भावना लेके फिर फिरते हो,

खुद तो अपना न सके किसीको, अपनाए सब तुम्हें, तुम यही चाहते हो।

खुदगर्जी के दौर से बाहर आ नहीं पाते हो,

इलजाम उसका दुनिया पर लगाते हो ,

समझके समझ नहीं सकते क्या तुम चाहते हो ।



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


jismōṁ kē bājāra mēṁ apanē āpakō khaḍa़ā karatē hō,

phira sajā kara savāra kara, apanē āpakō vahām̐ pēśa karatē hō।

vajūda para apanē baḍa़ā nāja karatē hō,

khudā bhī samajha nahīṁ pātā, kē apanē āpakō kyā samajhatē hō।

mīṭṭī kē ēka ḍhērē kō na jānē kaisē kaisē tarāśatē hō,

pala mēṁ khāka hō jāyē aisē jisma kō tuma apanē āpa kahatē hō।

kaha dē agara kōī kucha, tuma tō cīkhatē hō cillātē hō,

ghūratī huī najarōṁ sē phira usapara vāra hajāra karatē hō।

apanē ārajuōṁ kē dāmana kō baḍha़ātē jātē hō,

na saṁbhalanē para phira tuma hairāna parēśāna rahatē hō।

bējāra jaba hōtē hō, dara khudā kā ḍhūṁḍhatē hō,

hō jāē pūrī ārajū tumhārī, isaliyē binatī bāra bāra karatē hō।

samajha kē samajha nahīṁ pātē ākhira tuma kyā cāhatē hō,

baḍha़ā kē cāhatē apanī aksara rāha sē sadā bhaṭakatē hō।

apanēpana kī bhāvanā lēkē phira phiratē hō,

khuda tō apanā na sakē kisīkō, apanāē saba tumhēṁ, tuma yahī cāhatē hō।

khudagarjī kē daura sē bāhara ā nahīṁ pātē hō,

ilajāma usakā duniyā para lagātē hō ,

samajhakē samajha nahīṁ sakatē kyā tuma cāhatē hō ।