View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2272 | Date: 19-Sep-19971997-09-191997-09-19कहासुनी कहने से ना किसीकी बिगड़ी बनेगीSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kahasuni-kahane-se-na-kisiki-bigadai-banegiकहासुनी कहने से ना किसीकी बिगड़ी बनेगी,
जब तक ना पाएँगे अनुभव किसी भी बात का, तब तक वह बात अधुरी रहेगी।
किसी के हाल देखकर हँसेंगे, तो काबिलियत अपनी ना छुपी रहेगी,
किसी की अच्छी तो किसी की बुरी, सबकी एक ना एक कहाँनी जरूर बनेगी।
पर किसी की बात पर हँसने या रोने से अपनी तो ना सुधरेगी,
अगर एक बार जान लिया पूरी तरह जिस बात को, गलती फिर उस में ना होगी।
ना रहेगी वक्त से कोई फरियाद, सच्चाई जहाँ हर वक्त सामने रहेगी,
ना होगी दुःख की कोई कल्पना, ना ही कोई भावना दुःखी रहेग।
अज्ञान नही मिटेगा तब तक, जब तक पूर्ण शिक्षा हमें नही मिलती,
ना रहेगी कोई कमजोरी, ना ही कोई मजबुरी होगी, कहासुनी कहने ...
कहासुनी कहने से ना किसीकी बिगड़ी बनेगी