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Hymn No. 3928 | Date: 12-Sep-20002000-09-12कैसे बुझाऊँ कि बढ़ती जाती है मेरी प्यासhttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kaise-bujaum-ki-badhati-jati-hai-meri-pyasaकैसे बुझाऊँ कि बढ़ती जाती है मेरी प्यास,

करुँ मैं लाख जतन, नहीं मिटती है ये मेरी प्यास।

जगी ये दिल में कैसे ये तो पता नहीं,

लगी जिस दिन से, उस दिन से होता गया मैं उदास।

कि जब से बना अपनी इच्छाओं का रे दास,

ना पाया चैन मैंने ना पाया सुकून कि हो गया मैं उदास।

पता नहीं मैं कहाँ हूँ, ऐ खुदा तू सँभालना रे आज,

सूने हो गये हैं मेरे जीवन के रे साज।

जब से जगी है मुझे इन इच्छाओं की रे प्यास,

कृपा तेरी, ऐ खुदा, देर से ही पर हुआ मुझे ये अहसास ।

कैसे बुझाऊँ कि बढ़ती जाती है मेरी प्यास

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कैसे बुझाऊँ कि बढ़ती जाती है मेरी प्यास,

करुँ मैं लाख जतन, नहीं मिटती है ये मेरी प्यास।

जगी ये दिल में कैसे ये तो पता नहीं,

लगी जिस दिन से, उस दिन से होता गया मैं उदास।

कि जब से बना अपनी इच्छाओं का रे दास,

ना पाया चैन मैंने ना पाया सुकून कि हो गया मैं उदास।

पता नहीं मैं कहाँ हूँ, ऐ खुदा तू सँभालना रे आज,

सूने हो गये हैं मेरे जीवन के रे साज।

जब से जगी है मुझे इन इच्छाओं की रे प्यास,

कृपा तेरी, ऐ खुदा, देर से ही पर हुआ मुझे ये अहसास ।



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


kaisē bujhāūm̐ ki baḍha़tī jātī hai mērī pyāsa,

karum̐ maiṁ lākha jatana, nahīṁ miṭatī hai yē mērī pyāsa।

jagī yē dila mēṁ kaisē yē tō patā nahīṁ,

lagī jisa dina sē, usa dina sē hōtā gayā maiṁ udāsa।

ki jaba sē banā apanī icchāōṁ kā rē dāsa,

nā pāyā caina maiṁnē nā pāyā sukūna ki hō gayā maiṁ udāsa।

patā nahīṁ maiṁ kahām̐ hūm̐, ai khudā tū sam̐bhālanā rē āja,

sūnē hō gayē haiṁ mērē jīvana kē rē sāja।

jaba sē jagī hai mujhē ina icchāōṁ kī rē pyāsa,

kr̥pā tērī, ai khudā, dēra sē hī para huā mujhē yē ahasāsa ।