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Hymn No. 2176 | Date: 14-Jul-19971997-07-14मजबूरियों के बंधन से बचना आसान नहींhttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=majaburiyom-ke-bandhana-se-bachana-asana-nahimमजबूरियों के बंधन से बचना आसान नहीं,

कोई नही चाहता इनसे बँधना, पर कोई भी इनसे आजाद नहीं।

करता है इन्सान बहुत कोशिशें, पर इससे पीछा छूडा पाता नहीं।

ना हो कोई मजबूर, ना हो किसी की कोई मजबूरियाँ, ऐसा कोई नहीं।

पाने खोने के इस सिलसिले में कोई इस बंधन से बच पाता नहीं।

कभी पाता है कोई कामियाबी तो कोई, हरबार नाकाम रहता है।

मिलन और विरह है जहाँ, वही पर कुछ मजबूरियाँ भी होती है।

कभी समझ में आती है, कभी समझ के भी समझ हम पाते नही।

चाहता है हर कोई मुक्त रहना, पर पूरी कोशिश कोई करता नही।

करता है जो पूरी कोशिश मजबूरियाँ वहाँ टीक पाती नहीं।

मजबूरियों के बंधन से बचना आसान नहीं

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मजबूरियों के बंधन से बचना आसान नहीं,

कोई नही चाहता इनसे बँधना, पर कोई भी इनसे आजाद नहीं।

करता है इन्सान बहुत कोशिशें, पर इससे पीछा छूडा पाता नहीं।

ना हो कोई मजबूर, ना हो किसी की कोई मजबूरियाँ, ऐसा कोई नहीं।

पाने खोने के इस सिलसिले में कोई इस बंधन से बच पाता नहीं।

कभी पाता है कोई कामियाबी तो कोई, हरबार नाकाम रहता है।

मिलन और विरह है जहाँ, वही पर कुछ मजबूरियाँ भी होती है।

कभी समझ में आती है, कभी समझ के भी समझ हम पाते नही।

चाहता है हर कोई मुक्त रहना, पर पूरी कोशिश कोई करता नही।

करता है जो पूरी कोशिश मजबूरियाँ वहाँ टीक पाती नहीं।



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


majabūriyōṁ kē baṁdhana sē bacanā āsāna nahīṁ,

kōī nahī cāhatā inasē bam̐dhanā, para kōī bhī inasē ājāda nahīṁ।

karatā hai insāna bahuta kōśiśēṁ, para isasē pīchā chūḍā pātā nahīṁ।

nā hō kōī majabūra, nā hō kisī kī kōī majabūriyām̐, aisā kōī nahīṁ।

pānē khōnē kē isa silasilē mēṁ kōī isa baṁdhana sē baca pātā nahīṁ।

kabhī pātā hai kōī kāmiyābī tō kōī, harabāra nākāma rahatā hai।

milana aura viraha hai jahām̐, vahī para kucha majabūriyām̐ bhī hōtī hai।

kabhī samajha mēṁ ātī hai, kabhī samajha kē bhī samajha hama pātē nahī।

cāhatā hai hara kōī mukta rahanā, para pūrī kōśiśa kōī karatā nahī।

karatā hai jō pūrī kōśiśa majabūriyām̐ vahām̐ ṭīka pātī nahīṁ।