View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2973 | Date: 02-Nov-19981998-11-021998-11-02पिला रहा है जाम तू मुझे अपने प्यार केSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=pila-raha-hai-jama-tu-muje-apane-pyara-keपिला रहा है जाम तू मुझे अपने प्यार के,
पिला रहा है तू मुझे जाम पर जाम बहकाने के लिए, नही महकाने के लिए ।
रूक-रूक के, धीरे-धीरे पिला रहा है जाम तू प्यार के मुझे ...
तड़प के बिना मिलन का कोई मजा नही।
तरसा रहा है तू मुझे अपने दीदार को, तड़पाने के लिए नही, एक हो जाने के लिए ।
दर्द तू जगा रहा है दिल मेरे, दुःखी होने के लिए नही,
सुख को पाने के लिए, सुख में समाने के लिए, पिला रहा है जाम ...
नए-नए अनुभवों की बरसात में, नहला रहा है तू मुझे,
दुःखी करने के लिए नही, चैन से जीने के लिए ।
कर रहा है तू सबकुछ मेरे लिए
उपकार जताने के लिए नही, प्यार से प्यार के लिए ।
पिला रहा है जाम तू मुझे अपने प्यार के