View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2542 | Date: 03-Aug-19981998-08-031998-08-03प्रभु चाहता हूँ मैं खुद में बदलाव, जितना हो सके उतनी जल्दी।Sant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=prabhu-chahata-hum-maim-khuda-mem-badalava-jitana-ho-sake-utani-jaldiप्रभु चाहता हूँ मैं खुद में बदलाव, जितना हो सके उतनी जल्दी।
प्रभु चाहता हूँ मैं विश्वास और प्यार, जितना हो सके उतनी जल्दी।
प्रभु चाहता हूँ भक्तिभाव मेरे दिल में, हो सके उतनी जल्दी।
प्रभु चाहता हूँ रहूँ मैं चिंता मुक्त, जितना हो सके उतनी जल्दी।
प्रभु चाहता हूँ झूठे खयालों से मुक्ति, जितना हो सके उतनी जल्दी।
प्रभु चाहता हूँ मैं तेरे जैसा बनना, जितना हो सके उतनी जल्दी।
प्रभु रहूँ मैं हरपल आनंद में मिट़ा दूँ गम को, जितना हो सके उतनी ज़ल्दी।
प्रभु चाहता हूँ मैं, रह मेरे दिल में हमेशा तेरा ही ध्यान, जितनी हो सके उतनी ज़ल्दी।
प्रभु चाहता हूँ जीवन में मैं शांति, जितना हो सके उतनी ज़ल्दी।
प्रभु चाहता हूँ मैं अपना अमर मिलन, जीतना हो सके उतनी ज़ल्दी।
प्रभु चाहता हूँ मैं खुद में बदलाव, जितना हो सके उतनी जल्दी।