View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3278 | Date: 01-Mar-19991999-03-011999-03-01रखी मैंने सबकी खबर, रखी मैंने दुनिया की खबरSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=rakhi-mainne-sabaki-khabara-rakhi-mainne-duniya-ki-khabaraरखी मैंने सबकी खबर, रखी मैंने दुनिया की खबर,
पर अपने हाले दिल से मैं अनजान रहा,
ना जान पाया में हाल अपने दिल के, के आखिर तक परेशान रहा।
हुआ ना कुछ मेरा फायदा, के कसूरवार औरों को मानता रहा,
वक्त अपना मैं सिर्फ बरबाद और बरबाद करता रहा।
यहाँ-वहाँ झाँकने में दिल की गहराई में उतरना भूल गया,
अधूरी दास्ताँ मेरी रही अधूरी, के पूरी करना मैं भूल गया।
आया जिस मकस्द से यहाँ, वह मकस्द मैं भूल गया,
के खबर अपनी ही मैं भूल गया ।
होता ये हाल प्रभु तेरे प्यार में, तो बात कुछ और था,
पर मैं तो दुनिया के इस दलदल में पूरी तरह फँस गया हूँ ।
रखी मैंने सबकी खबर, रखी मैंने दुनिया की खबर