View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1729 | Date: 09-Sep-19961996-09-091996-09-09तड़प उठे तू भी मेरे लिए, ऐसी तड़प मैं चाहता हूँSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=tadapa-uthe-tu-bhi-mere-lie-aisi-tadapa-maim-chahata-humतड़प उठे तू भी मेरे लिए, ऐसी तड़प मैं चाहता हूँ,
मेरी एक पुकार पर आए तू नज़र, ऐसी पुकार मैं चाहता हूँ।
अपने प्यार से, अपने प्रेम से, मजबूर तुझको करना चाहता हूँ।
खुद तू बंधन माँगे मुझसे, कि मैं तुझको अपने प्यार में बाँधना चाहता हूँ।
ढूँढ़ता हुआ मुझे आए तू पास मेरे, कुछ इस हदतक जाना चाहता हूँ।
मिलेगी कामियाबी मुझे जरूर, कि अब मैं कामियाबी चाहता हूँ।
कैसा हूँ मैं, कैसा नही, पर अपनेआप को बुलंद करना चाहता हूँ।
तुझसे आगे नही, तुझसे पीछे नही, बस तुझ तक पहुँचना चाहता हूँ।
देखी है तुने मेरी बेकरारी, अब मैं तेरी बेकरारी देखना चाहता हूँ।
छूप ले तू छूपना हो जितना, पर मैं तो तेरा सामना चाहता हूँ।
तड़प उठे तू भी मेरे लिए, ऐसी तड़प मैं चाहता हूँ