View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2980 | Date: 04-Nov-19981998-11-041998-11-04टूटा तो जुड़ जाए, पर गाँठ बीच में रह जाएSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=tuta-to-juda-jae-para-gantha-bicha-mem-raha-jaeटूटा तो जुड़ जाए, पर गाँठ बीच में रह जाए,
चाहे कितना भी हम चाहे, पर पडी गाँठ को ना सुलझा पाए ।
एक तार तो था पहले, एक तार है अभी, पर बीच में गाँठ आ जाए,
सरलता होते हुए भी कभी खटकाव आता ही हम पाए ।
सीधा तार हो जहाँ, वहाँ सबकुछ आसानी से हम पाए,
यहाँ हल्की-सी रूकावट आए, सदा ये कभी ना जाए ।
रीश्ते में आए कभी गाँठ, जीवन में मजा उसकी खत्म हो जाए,
खुशी कम, दर्द ज्यादा, वह रिश्ता हमें देता जाए ।
आए जीवन में जब ऐसा मौका, के सँभालना हम मुश्किल पाए,
के पता ही अपनी दास्ताँ का फिर क्या रंग आए ।
टूटा तो जुड़ जाए, पर गाँठ बीच में रह जाए