Read Quote

Share
 
 
इच्छाओं में हम भटकते बार बार हम अटकते,
न होने पर पूरी इच्छा सिर अपना हम पटकते।
नयन भटकते हाथ फटकते नृत्य तो खूब हम करते,
पाने आए थे मंजिल आखिर जीवन व्यर्थ ही गँवाते।

- संत श्री अल्पा माँ
इच्छाओं में हम भटकते बार बार हम अटकते,
न होने पर पूरी इच्छा सिर अपना हम पटकते।
नयन भटकते हाथ फटकते नृत्य तो खूब हम करते,
पाने आए थे मंजिल आखिर जीवन व्यर्थ ही गँवाते।



- संत श्री अल्पा माँ

 
इच्छाओं में हम भटकते बार बार हम अटकते,
न होने पर पूरी इच्छा सिर अपना हम पटकते।
नयन भटकते हाथ फटकते नृत्य तो खूब हम करते,
पाने आए थे मंजिल आखिर जीवन व्यर्थ ही गँवाते।
इच्छाओं में हम भटकते बार बार हम अटकते /quotes/detail.aspx?title=ichchhaom-mem-hama-bhatakate-bara-bara-hama-atakate