कहीं छुपि गहरी उदासी तेरी निगाह में हम देख पाते नहीं,
ये जो दर्द है इनमें, ये देन है हमारी, इस बात से अंजान नहीं ।
चुराकर चुपके से ले लिया तूने दर्द हमारा, पर दास्ताँ खतम यहाँ होती नहीं,
प्यार का दूसरा नाम दर्द है, सुना है कि सफर की शुरुआत ऐसे तो होती नहीं ।
रोये एक आँख तो दूजी आँख कभी भी हँस पाती नहीं,
अखियों के बदलने से, पीड़ दिल की तो कम होती नहीं ।
- संत श्री अल्पा माँ
कहीं छुपि गहरी उदासी तेरी निगाह में हम देख पाते नहीं,
ये जो दर्द है इनमें, ये देन है हमारी, इस बात से अंजान नहीं ।
चुराकर चुपके से ले लिया तूने दर्द हमारा, पर दास्ताँ खतम यहाँ होती नहीं,
प्यार का दूसरा नाम दर्द है, सुना है कि सफर की शुरुआत ऐसे तो होती नहीं ।
रोये एक आँख तो दूजी आँख कभी भी हँस पाती नहीं,
अखियों के बदलने से, पीड़ दिल की तो कम होती नहीं ।
- संत श्री अल्पा माँ