Share कमजोरियों को तू हमारे नखरे ना समझना, समझ गए तेरी इस अदा का राज़ हम, फिर कभी ये बात ना कहना ।- संत श्री अल्पा माँ कमजोरियों को तू हमारे नखरे ना समझना, समझ गए तेरी इस अदा का राज़ हम, फिर कभी ये बात ना कहना । - संत श्री अल्पा माँ Previous कभी सही सोचा कभी गलत सोचा Next कमज़ोरियों पर वो हमारी वार करते हैं