Share खो गया था कुछ, ढूंढने उसे चले थे ना मिला वो पर मिला बहुत कुछ, जिससे हम अनजाने थे |- संत श्री अल्पा माँ खो गया था कुछ, ढूंढने उसे चले थे ना मिला वो पर मिला बहुत कुछ, जिससे हम अनजाने थे | - संत श्री अल्पा माँ Previous खिलके फूल मुरझाए, ना फिर उसमें नमी होती है । Next गगन मंडल खुली किताब मेरी पीया के प्रीत की