Share कुछ बेचैन पल भी गए कुछ हसीन लम्हें भी गए, ना रुका कुछ भी बस हम ही रुक गए |- संत श्री अल्पा माँ कुछ बेचैन पल भी गए कुछ हसीन लम्हें भी गए, ना रुका कुछ भी बस हम ही रुक गए | - संत श्री अल्पा माँ Previous कुछ नहीं कहेगा खुदा अगर तुम उसे खुदा ना कहोगे Next कदम कदम पर दम हमारा कम होता जाता है