Share कदम कदम पर दम हमारा कम होता जाता है, मंज़िल आने से पहले ही दम हमारा निकल जाता है |- संत श्री अल्पा माँ कदम कदम पर दम हमारा कम होता जाता है, मंज़िल आने से पहले ही दम हमारा निकल जाता है | - संत श्री अल्पा माँ Previous कुछ बेचैन पल भी गए कुछ हसीन लम्हें भी गए Next कदम कदम पर दिल बहक हमारा जाता है