मिला है जो कुछ ज़िंदगी में उसे नसीब अपना कहता है।
नहीं मिला है जो कुछ ज़िंदगी में उसे खुदा तेरी रुसवाई हम कहते हैं |
दे भी दे सब कुछ अगर तू हमें पर यहाँ कौन शुक्रगुज़ार तेरा होना चाहता है |
- संत श्री अल्पा माँ
मिला है जो कुछ ज़िंदगी में उसे नसीब अपना कहता है।
नहीं मिला है जो कुछ ज़िंदगी में उसे खुदा तेरी रुसवाई हम कहते हैं |
दे भी दे सब कुछ अगर तू हमें पर यहाँ कौन शुक्रगुज़ार तेरा होना चाहता है |
- संत श्री अल्पा माँ