मिलता है सब कुछ तेरे दरबार में,
अहंकार को जगह नहीं मिलती है |
जगह अहंकार को मिले अगर,
अहमियत तेरी फिर ऐ खुदा नहीं रहती है |
- संत श्री अल्पा माँ
मिलता है सब कुछ तेरे दरबार में,
अहंकार को जगह नहीं मिलती है |
जगह अहंकार को मिले अगर,
अहमियत तेरी फिर ऐ खुदा नहीं रहती है |
- संत श्री अल्पा माँ