Share नजरो में तेरी मदहोशी के जाम रहते हैं, प्यार भरे सबको पैगाम देते हैं । बता तो सही किस ड़र से तू गुजरता है, कि इनमें ना खाली कभी जाम होते हैं । - संत श्री अल्पा माँ Previous नजर के झरोखों से Next नहीं करता खुदा कुछ हमारी चाह बिना ।