Share ये जो तेरा दर्द है, यही तो मेरा कर्ज है । उतर गया जिस दिन ये कर्ज, वही तो हम मालामाल हैं । - संत श्री अल्पा माँ Previous ये कैसा व्यवहार है जिसे दिल नहीं करता स्वीकार है Next यूँ तो हम को कोई गम नहीं पर गम के घेरे में हम रहते हैं