View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3280 | Date: 01-Mar-19991999-03-011999-03-01अपने मतवाले जिया में नए-नए नगमें तू छेड़ता चलSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=apane-matavale-jiya-mem-naenae-nagamem-tu-chhedata-chalaअपने मतवाले जिया में नए-नए नगमें तू छेड़ता चल,
के आँखों से और दिल से प्यार बरसाता तू चल।
ना सोच तू जीवन में, के होगा क्या आज और कल,
अपनी मस्ती के सहारे जीवन जीता तू चल।
समझ ले इतना, बीता पल ना आनेवाला है कल,
ताल से ताल मिला, के जिंदगी के संग तू चल।
करता जा कर्म अपने चाहे जो भी मिले फल,
छोड़कर सबकुछ ऊपरवाले के हाथ में, तू बस चल ।
बेखुदी के जाम तू बस पीता हुआ चल,
यार को अपने संग लेता हुआ तू चल ।
अपने मतवाले जिया में नए-नए नगमें तू छेड़ता चल