Hymn No. 4896 | Date: 18-Mar-20212021-03-182021-03-18दिल लगाया जाता नहीं अन्जाम की परवाह करके, दिल लगाया जाता नहींSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/?title=dila-lagaya-jata-nahim-anjama-ki-paravaha-karake-dila-lagaya-jata-nahimदिल लगाया जाता नहीं अन्जाम की परवाह करके, दिल लगाया जाता नहीं, कभी सब कुछ लुटाना पड़ सकता है, कभी सब कुछ लुटाना पड़ सकता है । पल पल की सोंच पर, पल पल का प्यार फरमाया जा सकता नहीं, जिसे न हो दिल की परवाह, जिसे न हो जान की परवाह, दिलो जान पे वो न्योछावर हुए बिना रह सकता नहीं । कभी मजा लेना हो हमें, अपने आप को खत्म करने की तैयारी रखनी पड़ सकती है, दर्द लेके दर्द देना पड़े, ऐसी तैयारी बार बार रखनी पड़ती है । समझ नहीं पाते हैं इसे समझदार भी, फिर भी अपने आप को नादानों में न गिनना पड़ता है, अपने आप को हर वक्त उसकी शानो शौकत में सजाए रखना पड़ सकता है । कोई गाली दे हमें, उसे होठों पर सजाए रखना पड़ सकता है, तेरे प्यार में गुम नहीं, बदनाम होना पड़ सकता है ।
दिल लगाया जाता नहीं अन्जाम की परवाह करके, दिल लगाया जाता नहीं
दिल लगाया जाता नहीं अन्जाम की परवाह करके, दिल लगाया जाता नहीं, कभी सब कुछ लुटाना पड़ सकता है, कभी सब कुछ लुटाना पड़ सकता है । पल पल की सोंच पर, पल पल का प्यार फरमाया जा सकता नहीं, जिसे न हो दिल की परवाह, जिसे न हो जान की परवाह, दिलो जान पे वो न्योछावर हुए बिना रह सकता नहीं । कभी मजा लेना हो हमें, अपने आप को खत्म करने की तैयारी रखनी पड़ सकती है, दर्द लेके दर्द देना पड़े, ऐसी तैयारी बार बार रखनी पड़ती है । समझ नहीं पाते हैं इसे समझदार भी, फिर भी अपने आप को नादानों में न गिनना पड़ता है, अपने आप को हर वक्त उसकी शानो शौकत में सजाए रखना पड़ सकता है । कोई गाली दे हमें, उसे होठों पर सजाए रखना पड़ सकता है, तेरे प्यार में गुम नहीं, बदनाम होना पड़ सकता है ।
- संत श्री अल्पा माँ
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