View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3289 | Date: 06-Mar-19991999-03-061999-03-06होठों पर गीत, मन में संगीत, आँखों से झरने बह रहे हैSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=hothom-para-gita-mana-mem-sangita-ankhom-se-jarane-baha-rahe-haiहोठों पर गीत, मन में संगीत, आँखों से झरने बह रहे है,
के तुझको हम आज अपनेआप में महसूस कर रहे है ।
सारी वादियाँ, सारी फिजाएँ, हाले दिल को बहला रही है,
सुनकर दास्ताँ हमारी हर सायाँ यहाँ मुस्कुरा रही है ।
जैसे चारों और मस्ती तेरे प्यार की छाई हुई है, होठों पर ...
चली है पुरवाई ऐसी, के हमारे गीत को ताल दे रही है ।
ना पूछो कोई हमें अपना हाल के बताना मुश्किल हो रहा है,
फूलों पर छाई शबनम की तरह, तेरी मोहब्बत हमें पवित्र कर रही है ।
देखे जहाँ-जहाँ तो देखे यही के तेरी मस्ती अंगड़ाई ले रही है,
सीने में दिल की जगह बस गया है तू, एहसास ये हो रहा है ।
होठों पर गीत, मन में संगीत, आँखों से झरने बह रहे है