View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2555 | Date: 06-Aug-19981998-08-061998-08-06इंतजार में बितनेवाले पल बहुत लंबे लगते है, और मिलन के पल छोटे लगते है।Sant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=intajara-mem-bitanevale-pala-bahuta-lambe-lagate-hai-aura-milana-ke-palaइंतजार में बितनेवाले पल बहुत लंबे लगते है, और मिलन के पल छोटे लगते है।
पल का समय तो वही होता है, पर फर्क हर एक दिल को लगता है।
करते है जो प्यार उन्हें, सब दिलों को सिर्फ यही कहना होता है।
माना इंतजार के बिना मिलन, मजा हमें नही देता है।
जब जगती है तड़प दिल में, तो वक्त पर ही हमारा ध्यान होता है।
मन की गति बहुत तेज़ हो जाती है, वक्त पीछे रह जाता है।
मिलन के पल में, मन शांत हो जाता है और वह प्यार में खो जाता है।
नहीं रहता ध्यान तब बितनेवाले पल का, के तभी पल की गति तेज़ हो जाती है।
बस यही है कारण, के सबकुछ हमारे मन की हालत पर निर्भय करता है।
पता नही यह हमें, के मन हमारा कब अपने रंग बदलने लगता है।
इंतजार में बितनेवाले पल बहुत लंबे लगते है, और मिलन के पल छोटे लगते है।