View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1752 | Date: 16-Sep-19961996-09-161996-09-16जरा सँभलके, जरा सँभलके चलना है मेरे यार, राहे खुदाई पर सँभल सँभल के जीSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=jara-sambhalake-jara-sambhalake-chalana-hai-mere-yara-rahe-khudai-paraजरा सँभलके, जरा सँभलके चलना है मेरे यार, राहे खुदाई पर सँभल सँभल के जी,
गिरते आए है आज तक हम अब फिर गिर ना जाए, चलना है हमें सँभल सँभल के|
गिरने और उठने में किया बहुत वक्त जायर, अब ना और देर करे, कि चलना...
एक राह पर ही चलना है हमें, ना ही चलना राहें बदल-बदल के, सँभल सँभल के...
ना डरना है हमें मुसीबतों से, ना ही उनसे मुँह हमें मोड़ना है, सँभल सँभल के...
रहना है हमें हरपल जागृत और कदम बढ़ाना है आगे, चलना है...
ना मारना है किसीको, ना किसीको डराना है, बचना है अपने अंदरूनी शत्रुओं से, सँभल सँभल के ...
करना है हमें याद हरवक्त खुदा को, छोड़कर सबकुछ उस पर चलना है।
कठिन है ये बहुत राह मगर हारनी नही है हिम्मत हमें पानी है जब अपनी मंज़िल।
मिटाना है हमें खुद को कि मिलना है हमें खुदा से तो, चलना है मेरे यार ...
जरा सँभलके, जरा सँभलके चलना है मेरे यार, राहे खुदाई पर सँभल सँभल के जी