View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3019 | Date: 05-Dec-19981998-12-051998-12-05कहाँ से पाए फुरसत प्रभु आपको सजाने कीSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kaham-se-pae-phurasata-prabhu-apako-sajane-kiकहाँ से पाए फुरसत प्रभु आपको सजाने की,
के मिले जब वक्त, हम अपना गम सजाते रहते है ।
कैसे डूबे हम आप में? कैसे पूकारे आपको, के वक्त नही पाते है,
गम की महेफिल में मशगुल है, के सबकुछ भूला बैठे है ।
नाराजगी से पुकारते है आपको, पर पास ना कभी पाते है,
कैसे पाए पास आपको, के जगह ही खाली नही रखते है ।
जरूरत है तेरी जीवन में, पर स्वार्थ बिना ना हम पुकारते है,
ख्वाइशों में खेले हम अपनी, के मस्ती तेरी भूल जाते है ।
करते नही कभी हम बंदगी तेरी, के तुझे ना पूजते है,
अपने गम को ही हम हर वक्त सजाते-सँवारते रहते है ।
कहाँ से पाए फुरसत प्रभु आपको सजाने की