View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3020 | Date: 05-Dec-19981998-12-051998-12-05तू ही है एक सच्चा, तू ही है एक अच्छाSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=tu-hi-hai-eka-sachcha-tu-hi-hai-eka-achchhaतू ही है एक सच्चा, तू ही है एक अच्छा,
कुछ और दिल हमारा ना कहता है ।
पाया अनुभव हमने के तुझे दिल हमारा चाहता है,
तेरी सच्चाई पर, तेरी अच्चाई पर फिदा ये हो जाता है ।
रहे बस हम सदा तुझमें, कुछ और ना तमन्ना रखता है,
ख्वाइशों के खजानों में खो चुका अब ना खोना चाहता है ।
यकीन पाया एक ही, के तू ही है सच्चा, बिना यकीन ना ये बोलता है,
प्रभु पाकर तेरा शरण, तेरे शरण में ही अब ये रहना चाहता है ।
सारी तमन्नाएँ, सारी इच्छाओं से मुक्त होकर, तुझमें खोना चाहता है,
के प्रभु तेरे ध्यान में रहे मस्त सदा, दिल हमारा यह कहता है ।
तू ही है एक सच्चा, तू ही है एक अच्छा