View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3294 | Date: 10-Mar-19991999-03-101999-03-10कम का दर्द जब जीवन में हमें होने लगता हैSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kama-ka-darda-jaba-jivana-mem-hamem-hone-lagata-haiकम का दर्द जब जीवन में हमें होने लगता है,
फिर हम चाहे जहाँ भी जाए, हमें गम ही मिलता है ।
कहते नही ऐसे हम हमारा अनुभव, बात ये कहता है,
कम में गम समाया रहता है, या गम में कम समाया रहता है ।
कहे तो कैसे कहे के ये अपने एहसास पर रहता है,
पर लगे जब कम का गम सताने, तो भटकना निश्चित हो जाता है ।
बसाता है जो संतोष को दिल में, मंजिल पाना उसके लिए आसान होता है,
कम के गम को दिल का पूर्ण संतोष ही मारता है ।
वैसे तो कम का गम हरएक दिल में रहता है,
चाहे मिले कितना भी, पर ना ये गम कम होता है ।
कम का दर्द जब जीवन में हमें होने लगता है