View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2143 | Date: 28-May-19971997-05-281997-05-28करना है बहुत कुछ जीवन में, पर सबकुछ तो हो नही सकता।Sant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=karana-hai-bahuta-kuchha-jivana-mem-para-sabakuchha-to-ho-nahi-sakataकरना है बहुत कुछ जीवन में, पर सबकुछ तो हो नही सकता।
दिल तो भरा है उम्मीदों से, पर हर उम्मीद को वह पूरा कर नही सकता।
रहा है वर्षों से यह सिलसिला, बदलाव इसमें कभी आ नही सकता।
अब रोए या हँसे इसे आनेवाली मुसीबतों में फर्क कुछ आ नही सकता।
पर कर ले कुछ तैयारी हम अपनी ओर से, तो फिर कोई कुछ बिगाड़ नही सकता।
अपने ही भाव और अपने ही विचारों के धोखे से कोई बच नही सकता।
रहे बेध्यान और बेदरकार तो काबू कभी अपनेआप पर आ नही सकता।
औरों की तारीफ और बुराई करने से अपनी बाजी में सुधार आ नही सकता।
बिना किए प्रयत्न, जीवन हमारा सुमधुर हो नही सकता।
सर्वशक्तिमान हो जो वह कर सकता है सबकुछ, अल्प शक्ति से कुछ हो नही सकता।
तो फिर प्रभु के इलावा हमारी इस आरजु को कोई और पूरा कर नही सकता।
करना है बहुत कुछ जीवन में, पर सबकुछ तो हो नही सकता।