View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2267 | Date: 16-Sep-19971997-09-161997-09-16खुदा तेरी करामत के आगे हम बार-बार सर झुकाते हैSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=khuda-teri-karamata-ke-age-hama-barabara-sara-jukate-haiखुदा तेरी करामत के आगे हम बार-बार सर झुकाते है,
जानना चाहते है तेरी खुदाई को, पर परदा उठा नही पाते है।
नाकामियाब हम नही है, क्यों कोशिश पूरी अभी की नही है,
बिना कोशिश के, कहना अपनेआप को नाकामियाब, ये जीत की रीत नही है।
हार जाए हम तो बार-बार तेरे आगे, कि जीतकर हारना चाहते है।
हर एक साए में तेरे नाजो अंदाज देखकर, हम तो आश्चर्यचकित हो जाते है।
कभी सीधी तरह तो कभी थककर हारकर, तेरे वजूद का स्वीकार करते है।
देखकर तेरी लाजवाबी, मन ही मन मुस्कुरा देते है।
तेरे ही बारे में सोचते-सोचते हम, तेरे कुछ इतने करीब आ जाते है।
खयालों और खयालों में ही तेरा दीदार करते है।
खुदा तेरी करामत के आगे हम बार-बार सर झुकाते है