View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1001 | Date: 03-Oct-19941994-10-031994-10-03माना की, आज तक की हैं सिर्फ फरियाद मैंने तुझसेSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=mana-ki-aja-taka-ki-haim-sirpha-phariyada-mainne-tujaseमाना की, आज तक की हैं सिर्फ फरियाद मैंने तुझसे,
फरियाद के सिवाय ना की हैं मैंने कभी बात तुझसे।
पर आज तू ये ना समझना, अपने खयाल को जरा बदल देना,
मुह खुला हैं मेरा तेरे सामने होगी वह फरियाद ये ना समझना।
ना ये फरियाद, ना कोई शिकवा-शिकायत हैं तुझसे,
कह रही हूँ मैं जो तुझसे वह तो मेरी विनंती हैं तुझसे।
अरज ये मेरी स्वीकार लेना, इसे फरियाद ना समझना,
खो गई हूँ मैं गम के गहराइयों में, मुझे वहाँ से बाहर निकाल।
अपने चरणों में देकर जगह, मेरी तमन्ना तू सँवार ले,
नहीं माँगना हैं और कुछ तुझसे, बस मुझको सच्ची राह पर तू चला।
माना की, आज तक की हैं सिर्फ फरियाद मैंने तुझसे