View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3041 | Date: 10-Dec-19981998-12-101998-12-10मान-अपमान की बोली से बाहर हम निकल आएSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=manaapamana-ki-boli-se-bahara-hama-nikala-aeमान-अपमान की बोली से बाहर हम निकल आए,
जिसे जो करना हो, वह करे, हम तुझे प्यार करते जाए ।
चाहे करे वार पर वार कोई, चेहरे पर असर ना आए,
रहे दिल हमारा तुझमें खेलता, इसपर कोई जख्म ना आए ।
देखकर अन्य का हाल, हाल में हमारे ना बदली आए,
चाहतों की बरसात में ना भीगे, तुझे याद करते जाए ।
दिल चाह है हमारी जो तेरे लिए, पल-पल वह बढ़ती जाए,
चाहे कोई प्यार करे, कोई नफरत भरा वार, क्षण एक तुझे भूल ना पाए ।
दास्ताँ हमारी हो तेरे नाम की, नाम इसमें कोई और आ ना जाए,
मिठास या कडवाहट के पीछे, कही हम रूक ना जाए, मान अपमान ....
मान-अपमान की बोली से बाहर हम निकल आए