View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3029 | Date: 07-Dec-19981998-12-071998-12-07ना इधर ढूँढना है, ना उधर ढूँढना हैSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=na-idhara-dhundhana-hai-na-udhara-dhundhana-haiना इधर ढूँढना है, ना उधर ढूँढना है,
मुझमें सोया है तू मेरे खुदा, के तुझे जगाना है ।
हर जगह, हर पल तू तो रहता है,
फिर कैसा ढूँढना, के मुझे ऐ खुदा तुझको जगाना है ।
चाहता हूँ मैं तुझे, के अपनी चाहत को अंजाम देना है,
सो जाऊँ मैं इससे पहले, मेरे खुदा तुझे जगाना है ।
क्या दीवानापन, कैसी दीवानगी, के चैन तेरा चुराना है,
हरहाल में मेरे साथ रहनेवाले, हर पल दीदार तेरा पाना है ।
भटका मैं बहुत, अब छोड़कर भटकना स्थिरता को पाना है,
खत्म करके अपनेआप को तेरा रूप अपनेआप में सजाना है ।
ना इधर ढूँढना है, ना उधर ढूँढना है