View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4091 | Date: 07-Apr-20012001-04-072001-04-07ना जाने कहाँ से ये प्रवाह आ रहा हैSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=na-jane-kaham-se-ye-pravaha-a-raha-haiना जाने कहाँ से ये प्रवाह आ रहा है,
मेरी इच्छाओंको, मेरे मनको जो बदल रहा है,
समझू अपनी इच्छाओंका वार या खुदा खेल तेरा ।
ना जाने ये मैं क्या करता जा रहा हूँ,
जो ना करना चाहूँ वही करते जा रहा हूँ ।
दर्दे दिल में जखम बढ़ाते जा रहा हूँ,
मंज़िल से निगाह मेरी हटा रहा है ।
मुझे राह से जो भटका रहा है कौन है,
कौन सा प्रवाह है जो मुझे बेहाल किये जा रहा है ।
आशा के दीप बुझाये जा रहा है, निराशा की ओर लेजा रहा है,
मुझे चिंता के महासागर में डूबाकर शक्ति मेरी लुट रहा है ।
ना जाने कहाँ से ये प्रवाह आ रहा है