View Hymn (Bhajan)

Hymn No. 4122 | Date: 25-May-20012001-05-25यादों और वादों के दंगल में मैं फँसता जा रहा हूँhttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=yadom-aura-vadom-ke-dangala-mem-maim-phansata-ja-raha-humयादों और वादों के दंगल में मैं फँसता जा रहा हूँ,

कौन बचाये मुझे कि खुद ही उस ओर जा रहा हूँ ।

अंजान हूँ खुद से कि नहीं यही जानना चाह रहा हूँ,

चहरे पर मुस्कुराहट सजाये मैं घूम रहा हूँ ।

ना जाने अपने कितने कर्ज, कितने कर्म भूले जा रहा हूँ,

आज और कल के बीच में मैं खेलता जा रहा हूँ ।

कुछ पता नहीं यही पता है कि, क्या कर रहा हूँ,

कभी अपने आपसे तो कभी किसीसे ड़र रहा हूँ ।

अंजाम की तो बात क्या करुँ कि खामोश वहाँ रहा हूँ,

ज़िंदगी अपनी मैं ना जाने क्यों खोये जा रहा हूँ ।

यादों और वादों के दंगल में मैं फँसता जा रहा हूँ

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यादों और वादों के दंगल में मैं फँसता जा रहा हूँ,

कौन बचाये मुझे कि खुद ही उस ओर जा रहा हूँ ।

अंजान हूँ खुद से कि नहीं यही जानना चाह रहा हूँ,

चहरे पर मुस्कुराहट सजाये मैं घूम रहा हूँ ।

ना जाने अपने कितने कर्ज, कितने कर्म भूले जा रहा हूँ,

आज और कल के बीच में मैं खेलता जा रहा हूँ ।

कुछ पता नहीं यही पता है कि, क्या कर रहा हूँ,

कभी अपने आपसे तो कभी किसीसे ड़र रहा हूँ ।

अंजाम की तो बात क्या करुँ कि खामोश वहाँ रहा हूँ,

ज़िंदगी अपनी मैं ना जाने क्यों खोये जा रहा हूँ ।



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


yādōṁ aura vādōṁ kē daṁgala mēṁ maiṁ pham̐satā jā rahā hūm̐,

kauna bacāyē mujhē ki khuda hī usa ōra jā rahā hūm̐ ।

aṁjāna hūm̐ khuda sē ki nahīṁ yahī jānanā cāha rahā hūm̐,

caharē para muskurāhaṭa sajāyē maiṁ ghūma rahā hūm̐ ।

nā jānē apanē kitanē karja, kitanē karma bhūlē jā rahā hūm̐,

āja aura kala kē bīca mēṁ maiṁ khēlatā jā rahā hūm̐ ।

kucha patā nahīṁ yahī patā hai ki, kyā kara rahā hūm̐,

kabhī apanē āpasē tō kabhī kisīsē ḍa़ra rahā hūm̐ ।

aṁjāma kī tō bāta kyā karum̐ ki khāmōśa vahām̐ rahā hūm̐,

ja़iṁdagī apanī maiṁ nā jānē kyōṁ khōyē jā rahā hūm̐ ।