View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4116 | Date: 21-May-20012001-05-212001-05-21ये आँखें, तेरी ये आँखें, तेरी ये आँखेंSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=ye-ankhem-teri-ye-ankhem-teri-ye-ankhemये आँखें, तेरी ये आँखें, तेरी ये आँखें,
मदहोशी की कटार है ये, मस्ती का एक पैगाम है ये, ये आँखें .....
मिलजाये जिससे उसका सबकुछ चुराजाये ये .....
पल एक में दिलसे लख लख बाते ये कर जाये, ये आँखें ...
दीवानों की मस्ती को और भी बढ़ा जाये, ये आँखें तेरी ये आँखें…
बिन पयमाने ये पिला जाये, मस्ती में ये झूमा जाये ...
घायल जिगर को कर जाये, ये आँखें तेरी ये आँखें…
बदलते रंग इसके सुबह को शाम में बदल जाये,
कड़ी धूप में छाँव दे जाये, ये आँखें तेरी ये आँखें ….
ज़िंदगी का एक शुरुर है ये, मेरा तो गुरुर है, ये तेरी .....
ये आँखें, तेरी ये आँखें, तेरी ये आँखें