Share कमी का एहसास जहाँ होता है प्यार वहाँ कम हो जाता है, करनी हो चाहे ना करनी हो होठों पर फरियाद आ जाती है |- संत श्री अल्पा माँ कमी का एहसास जहाँ होता है प्यार वहाँ कम हो जाता है, करनी हो चाहे ना करनी हो होठों पर फरियाद आ जाती है | - संत श्री अल्पा माँ Previous कमजोरी बढ़ती गई कमजोर हम होते गए Next क्या इकरार, क्या इन्कार, के हाथों बिक गये हैं