View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 912 | Date: 10-Aug-19941994-08-101994-08-10दीवाने हैं हम दीवाने हैं, अपने ही दिल से अनजाने हैंSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=divane-haim-hama-divane-haim-apane-hi-dila-se-anajane-haimदीवाने हैं हम दीवाने हैं, अपने ही दिल से अनजाने हैं,
नहीं हैं आजकल से, जन्म-जन्म से हम तो तेरे दीवाने हैं।
अपने खोए हुए दिल को ढूँढ़ रहे हैं, हम तो दीवाने हैं,
दीवानगी में गुजारे हैं कई जन्म हमने, हम तो ऐसे दीवाने हैं।
दीवाने हैं आखिर किसके, ये तो बस खुदा जानता हैं।
जानता हैं वे सबकुछ, उससे क्या छुपाना हैं ।
है प्यार क्या, हैं प्रेम क्या, हम उससे अनजाने हैं, हम तो ........
दिवानगी का ये दौरा हमको पड़ा हैं जन्मों से
पागलपन के कुछ करीब हम तो, ऐसे अफसाने हैं ।
कई बोझों तले दबे हुए हम तो, ऐसे दीवाने हैं ।
दीवाने हैं हम दीवाने हैं, अपने ही दिल से अनजाने हैं