View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1759 | Date: 17-Sep-19961996-09-171996-09-17कब तक आखिर, कब तक, पता नही आखिर कब तकSant Sri Apla Mahttps://www.mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kaba-taka-akhira-kaba-taka-pata-nahi-akhira-kaba-takaकब तक आखिर, कब तक, पता नही आखिर कब तक,
कब तक हम अपनेआप से छूपेंगे जिंदगी में, पता नही आखिर कब तक।
छोड़कर सारी जिम्मेदारियाँ, झूठे जज्बातों के पीछे भागते रहेंगे हम, आखिर कब तक।
टूटे हुए है, बिखरे हुए है, रहेंगे इस हाल में ना जाने आखिर कब तक|
अपनेआप को सँभाले हुए है, ऐसा दिखावा आखिर कब तक करेंगे हम|
जिंदगी में आनेवाली मुसीबतों से डरते रहेंगे हम, आखिर कब तक|
भूलकर सामना करना डर-डरके बिताएँगे जिंदगी हम, आखिर कब तक|
है कितने सवाल दिल में फिर भी रहेंगे हम चुपचाप, ना जाने कब तक|
चल रहा है ये जिंदगी का कारवाँ, ये चलेगा आखिर कब तक|
करना है प्यार सबको पर नफरत कि आग में जलते रहेंगे, आखिर कब तक|
कब तक आखिर, कब तक, पता नही आखिर कब तक